रोजा रखकर देश की रक्षा में जूटे कोरोना वॉरियर पुलिसकर्मियों,सीपीयूकर्मी व डॉक्टरों को UK TIMES TV की टीम ओर दिल से सैल्यूट….

बुरहान राजपूत
कोरोना वैश्विक महामारी के चलते हुए कोरोना वॉरियर के रूप में देश हित में अपनी सेवा के लिए पुलिसकर्मी सीपीयूकर्मी व डॉक्टरों की टीम लगातार लॉक डाउन पार्ट 3 में भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। लेकिन कोरोना वायरस के चलते हुए रमजान उल मुबारक के पवित्र महीने का भी आगाज हो गया है। आज रमजान माह का ग्यारह वां रोजा है। जिसमें मुस्लिम समुदाय के पुलिसकर्मी सीपीयू व डॉक्टर चिल्लाती हुई धूप में भी रोजा रखकर हमारी रक्षा करने के साथ-साथ करीबन 18 से 20 घंटों की ड्यूटी देकर देश की रक्षा में जूटे हुए हैं।
इस्लामिक मान्यता के अनुसार, यह कहा जाता है कि रमजान के महीने में रोजा रखने का अर्थ केवल रोजेदार को उपवास रखकर, भूखे-प्यासे रहना नहीं है। बल्कि इसका सच्चा अर्थ है अपने ईमान को बनाए रखना। मन में आ रहे बुरे विचारों का त्याग करना। रोजे का अर्थ है अपने गुनाहों से तौबा करना। इसलिए रमजान में किसी रोजेदार को अपने ईमान को सर्वोपरि बनाए रखना होता है। इस दौरान रोजेदार को किसी के बारे में बुरा भला नहीं कहना चाहिए। इस दौरान झूठ नहीं बोलना चाहिए और न ही किसी को झूठा वादा करना चाहिए।
रमजान के पवित्र महीने में भुखे पियासे रहकर कड़ी धूप में देश की जनता के लिए कोरोना वॉरियर द्वारा सराहनीय कार्य किया है,जो काबिले तारीफ है। रुड़की यातायात पुलिस निरीक्षक अकरम अंसारी, जहूल हसन सीपीयू, एहसान अली सैफी एचसीपी थाना पिरान कलियर आदि पुलिसकर्मियों द्वारा रमजान के पवित्र महीने में सुबह के समय से ही ड्यूटी पर तैनात हो जाते है। जिसके चलते रोजा इफ्तार के बाद फिर से दोबारा अपनी ड्यूटी पर तैनात हो जाते हैं। जिससे लोगों द्वारा कोरोना वॉरियर की जमकर तारीफ की जा रही है।
वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस के मरीजों पर अंकुश लगाने के लिए डॉक्टरों द्वारा भी निरंतर प्रयास किया जा रहा है। जिससे देश में कोरोना वैश्विक महामारी से देश को निजात मिल सके। रुड़की के राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में कोरोना योध्दाओ के रूप में डॉक्टर अफजल पैथोलॉजिस्ट, डॉ खय्याम फिजीशियन आदि चिकित्सक भी प्रतिदिन रोजा रखकर देशहित में कार्य कर रहे हैं। कोरोना योध्दाओ द्वारा नमाज पढ़ने के बाद अल्ल्लाह के सामने हाथ फैलाकर देश में अमन-चैन कायम होने की दुआ मांगते हैं। जिससे देश में दोबारा से फिर से सब कुछ पहले जैसा हो जाए। और हमारा देश खुशहाल व निरंतर आगे की ओर बढ़े।
रुड़की में आये कोरोना मरीजों का उपचार करने वाले डॉक्टर भी अपनी जानजोखिम में डालकर उनका इलाज कोरोना वॉरियर के रूप में कर रहे हैं। जिससे की देश में कोरोना वैश्विक महामारी से देश को छुटकारा मिल सके।