सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से क्यों मीले विधायक देशराज किसके लिए क्या रखी मांग पढ़े…..

कोरोना महामारी से लड़ने वाले योद्धाओं डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों, नर्सों व पर्यावरण मित्रों,मीडिया कर्मियो तथा गरीब किसानों, उद्यमियों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल द्वारा 10 सूत्री मांग पत्र दिया गया जिसका प्रकार।
1. ओलावृष्टि के कारण किसानों की गेहूं की खड़ी फसल के साथ-साथ अन्य फसलें खराब हो गई किस कारण इन्हें उचित मुआवजा देने व इकबालपुर लक्सर, लिब्बारेडी कि गन्ना मिलों से किसानों के गन्ने की बकाया का भुगतान दिलाए जाने की भी मांग करता हूं।
2. उद्योगों से बाहरी मजदूर अधिकतर वापस चले गए हैं आपके द्वारा झबरेड़ा में घोषणा कर रखी है कि झबरेड़ा में रोजगार मेला लगाया जाए अतः लॉक डाउन के बाद झबरेड़ा में रोजगार मेला लगाकर क्षेत्र में बेरोजगारों की भर्ती की मांग करता हूं।
3. उत्तराखंड राज्य में घरेलू किसानों ,ट्यूबवेल, कोलू तथा औद्योगिक क्षेत्र के बिल माफ किए जाने की मांग करता हूं 4. किसानों को यूरिया खाद को आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराए जाने की मांग करता हूं ।
5. औद्योगिक इकाइयों एवं पर्यटन उद्योग को विशेष पैकेज दिलवाए जाने हेतु आपके माध्यम से केंद्र सरकार से मांग करता हूं ।
6. कोरोना योद्धाओं के रूप में कार्य कर रहे पर्यावरण मित्रों को स्थाई परमानेंट किए जाने की मांग करता हूं ।
7. आपके द्वारा की गई घोषणा रेलवे स्टेशन रुड़की से लाठर देवा एक से होते हुए झबरेड़ा तक लगभग 14 किलोमीटर सड़क को हॉट मिक्स से डामरीकरण कराए जाने की मांग करता हूं ।
8. कुंभ में हो रहे अस्थाई कार्यों पर तत्काल रोक लगाई जाए और केवल स्थाई कार्य ही कराए जाएं जाने की मांग करता हूं ।
9.कोरोना महामारी के योद्धा के रूप में कार्य कर रहे मीडिया कर्मि बधाई के पात्र हैं।
10. कांवड़ मेले के एवं कांवड़ पटरी के सभी कार्यों को स्थाई रूप से किए जाने की मांग करता हूं।
विधायक देशराज कर्णवाल द्वारा उपरोक्त 10 सूत्री मांग पत्र मुख्यमंत्री को दिया गया इस संबंध में झबरेड़ा विधायक ने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर पूर्ण विश्वास है कि मेरे द्वारा दिए गए मांग पत्र पर कार्रवाई करेंगे मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हम कोरोना को हराकर देश में प्रथम स्थान पर आएंगे जबकि जनसंख्या के आधार पर अगर देखें तो हमारे प्रदेश में आने वाले प्रवासी मजदूरों की संख्या सर्वाधिक है लेकिन प्रदेशवासियों को घबराने की आवश्यकता नहीं है हम कोरोना से लड़ेंगे भी और उसको हारायँगे भी।