हाईकोर्ट में याचिका विचाराधीन होने के पश्चात भी प्रशासन क्यों करना चाहता है दरगाह साबिर पाक की जमीन की हदबंदी….

कलियर (शमीम अहमद)
विश्व प्रसिद्ध दरगाह साबिर पाक की जमीन के तीन से अधिक मामले कोर्ट में विचाराधीन है। फिर भी प्रशासन पूर्व सेवादारों से भर्मित हो कर दरगाह साबिर पाक की जमीन की हदबंदी करने पर तुला है।आप को अवगत कराते चलें किं दरगाह साबिर पाक के पूर्व सेवादारों ने दरगाह साबिर पाक के मेले वाली भूमि पर गलत तरीके से अपने हवाई चक लगवा लिए थे। जिसके खिलाफ दरगाह ने बंदोबस्त अधिकारी के यहां अपील की जिसमे धारा पांच का लाभ देते हुए फैसला दरगाह साबिर पाक के हक में किया था जिसके खिलाफ पूर्व सेवादारों ने हाईकोर्ट में अपील की जहां से पूर्व सेवादारों को मुंह की खानी पड़ी थी और धारा पांच का लाभ कायम रखते हुए हाईकोर्ट ने बंदोबस्त अधिकारी के आदेश को कायम रखा था। माननीय हाईकोर्ट में इस समय भी दो मुकदमे विचारधीन है इसके अतिरिक्त अन्य दो मुकदमे भी चल रहे हैं ।दरगाह साबिर पाक की इस भूमि पर पिछले 751 वर्षों से दरगाह साबिर पाक का उर्स लगता चला आ है। इस जमीन के नाम पर पूर्व सेवादारों ने करोड़ों रुपए शाई के बतौर ले रखे हैं। इससे पहले भी इन पूर्व सेवादारों ने वक्फ बोर्ड व प्रशासन के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के साथ मिलकर दरगाह साबिर पाक की सैकड़ों बीघा भूमि एक दूसरे मुकदमे के मुतालिक बंदरबाट कर चुके है।आज मेले वाली भूमि की हदबंदी गलत तरीके से करने कलियर पहुंची बंदोबस्त सी ओ और हल्का लेखपाल की टीम जैसे ही इसकी सूचना दरगाह साबिर पाक के चाहने वालों को मिली तुरंत सैकड़ों लोग एकत्रित होकर हदबंदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया देखते ही देखते जनता में आक्रोश इतना बढ़ गया कि हदबंदी करने वाली टीम को वापस लौटना पड़ा दरगाह से अकीदत रखने वालो का कहना है कि कुछ भी हो जाए लेकिन हम यह जमीन नहीं बिकने देंगे और लोगो का यह भी तर्क था कि जिस आदेश का सहारा लेकर पूर्व सेवादार द्वारा गलत तरीके से हद बंदी कराने का प्रयास किया जा रहा है उस आदेश मे साफ लिखा है कि दो सौ उन्नीस नम्बर सिलिग का है जिस पर पूर्व सेवादार अवैध कब्ज़ा किए हुए है उसे खाली करने में तहसील प्रशासन क्यों चूक कर रहा है इस दौरान मौजूद रहे, रौनक प्रधान,बाबा भाई खिलौने वाले, राव इरफान, सत्तार अली,हाजी लाला,मुस्तफा त्यागी,जाहिद खान, उस्मान फ़राज़,नौशाद साबरी, उलफत साबरी,दानिश सभासद,अनीश खान,तसव्वुर कुरैशी,गुलफाम सभासद,दिलशाद,सभासद पुत्र, बरू भाई, रईस कुरैशी, इस्तेकर प्रधान,सुहेल सिद्दीकी,अज़ीम अहमद,दिलशाद अली,अरशद अली,पप्पू मालिक,सहजाद मास्टर,शौकीन,ताबिश अली, शमेशर मास्टर ,दिलशाद ठेकेदार, मुबारिक, जुल्फिकार, मुजम्मिल पत्रकार, हसन पत्रकार, सत्तार पत्रकार शमशेर मेडिकल वाले रिजवान मेडिकल वाले सद्दाम भाई सनोवर मलिक मुकर्रम बैटरी वाले खालिद मास्टर, साजिद अली,मनव्वर पत्रकार,मेहरबान,