बारिश से किसानों की हजारों बीघा गेहूं की फसलें बर्बाद….

बुरहान राजपूत (पिरान कलियर)
खेतों में लहलहा रही फसल को मौसम की नजर लग गई। शुक्रवार की शाम हुई मुसलाधार बारिश किसानों पर मुसीबत बनकर बरस गई। कई जगह गिरे ओले से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। जिससे गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। खेतों में खुदे पड़े आलू की फसल भी प्रभावित हुई है। मौसम की इस बेरुखी से अन्नदाता रोने को मजबूर हो गए हैं। फागुन का महीना किसानों के लिए मुसीबत साबित होगा, इसका किसी को भी गुमान नहीं था। लेकिन पिछले एक सप्ताह में रह-रह कर बदले मौसम ने किसानों को काफी नुकसान पहुंचाया है। शुक्रवार की शाम हुई मुसलाधार बारिश से तो किसानों की कमर ही टूट गई। तेज हवाओं संग बारिश के साथ गिरे ओले से खेतों में लहलहारी रही गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। कई जगह तो गेहूं की फसल पूरी तरह खेतों में ही पलट गई। यह देखकर किसान का कलेजा मुंह को आ गया। बारिश में खराब होती फसल को देखकर किसान सिर पकड़ कर बैठ गए। बर्फ के टूकड़े गिरने से गाड़ियों के शीशे टूट गये। शुक्रवार की शाम हुई जोरदार बारिश के दौरान गिरे बर्फ के बड़े-बड़े टुकड़े गेहूं की फसल के लिए नुकसानदायक साबित हुए। यही नहीं कई जगह तो औले गिरने से गाड़ियों के शीशे तक टूट गए।
बृहस्पतिवार की रात्रि से रुक-रुक कर हो रही बारिश में तेज हवाओं ने किसानों का सुख चैन छीन लिया इसके कारण खेत में खड़ी गेहूं की फसल गिर जमीन पर गिरने से फायदे नुकसान हुआ है। बेमौसम हुई बारिश ने सबकुछ तहस-नहस कर दिया है। गन्ने की बसंत कालीन बॉय रुक गई है इसके अलावा गन्ने की फसल की कटाई पूर्णाविराम लग गया है। गेहूं की फसल पर इसका कुप्रभाव पड़ा है और इस बार गेहूं की पैदावार पर काफी फर्क पड़ सकता। जिसका असर बाजारों में देखने को मिल सकता है।