विश्व भर में मनाया जा रहा है 109 वां अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस….

(बुरहान राजपूत)
भारत के साथ-साथ विदेशों में भी International Women’s Day को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस मौके पर तमाम सामाजिक संगठन कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं, उसमें लोग हिस्सा लेते हैं
और कार्यक्रम का आनंद लेते हैं। सबसे पहला महिला दिवस न्यूयॉर्क शहर में 1909 में एक समाजवादी राजनीतिक कार्यक्रम के तौर पर मनाया गया था। उसके बाद 1917 में सोवियत संघ ने 8 मार्च को राष्ट्रीय छुट्टी की घोषणा की थी। महिलाओं के प्रति बढ़ती जागरुकता और महिलाओं द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में प्राप्त की गई उपलब्धियों को देखते हुए महिला दिवस भी मदर्स डे, वैलेंटाइन डे और फादर्स डे की तरह ही मनाया जाने लगा। अब पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को पूरे जोश -ओ-खरोश के साथ मनाया जाता है।
इंटरनेशनल वुमन्स डे के दिन महिलाओं को खास तरजीह दी जाती है। घर हो या ऑफिस, सभी महिलाओं को स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जाता है। उन्हें तमाम तरह के गिफ्ट्स दिए जाते हैं। गुलाब, गिफ्ट्स और चॉकलेट या फिर उन्हें पार्टी दी जाती है। कुछ ऑफिसों में वुमन्स डे के दिन महिलाओं को छुट्टी दी जाती है या फिर उनसे आधे दिन ही काम करवाया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन तमाम तरह से लोग एक दूसरे को बधाई देते हैं। कुछ लोग महिलाओं को कार्ड देते हैं तो कुछ लोग उनको फूल भेंटकर महिला दिवस की बधाई देते हैं। इस मौके पर कुछ नामी-गिरामी कंपनियां अपने खास तरह के कार्ड भी निकालती है। वो उन कार्डों के माध्यम से भी उनको बधाई देते हैं। कुछ खास बाजारों में उनको खरीदारी में भी छूट दी जाती है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पूरी दुनिया में हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है। हर साल इस मौके पर अलग-अलग थीम भी रखी जाती है। इसी थीम पर इसे मनाया जाता है। इस साल महिला दिवस की थीम I am Generation Equality: Realizing Women’s Rights रखा गया है। इसी थीम पर दुनिया भर में इसका आयोजन किया जा रहा है! इस थीम का मतलब है महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और जेंडर इक्वेलिटी पर बात करना। महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार प्रकट करते हुए इंटरनेशनल वुमन्स डे महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों के उत्सव के तौर पर मनाया जाता है।
दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत युनाइटेड नेशन्स ने 8 मार्च 1975 को महिला दिवस मनाने की शुरुआत की थी लेकिन उससे पहले 1909 में ही इसे मनाने की कवायद शुरू कर दी गई थी। दरअसल, 1909 में अमेरिका में पहली बार 28 फरवरी को महिला दिवस मनाया गया था। सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने न्यूयॉर्क में 1908 में गारमेंट वर्कर्स की हड़ताल को सम्मान देने के लिए इस दिन का चयन किया था। वहीं रूसी महिलाओं ने पहली बार 28 फरवरी को महिला दिवस मनाते हुए पहले विश्व युद्ध का विरोध दर्ज किया था। यूरोप में महिलाओं ने 8 मार्च को पीस ऐक्टिविस्ट्स को सपोर्ट करने के लिए रैलियां की थी
इसे अंतरराष्ट्रीय बनाने का आइडिया एक इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के दौरान उठी थी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की बात अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का आइडिया एक महिला का ही था। उनका नाम क्लारा जेटकिन था। क्लारा ने 1910 में कोपेनहेगन में कामकाजी महिलाओं की एक इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के दौरान अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का सुझाव दिया, उस वक्त कॉन्फ़्रेंस में 17 देशों की 100 महिलाएं मौजूद थीं। उन सभी ने इस सुझाव का समर्थन किया। सबसे पहले साल 1911 में ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्जरलैंड में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया था लेकिन तकनीकी तौर पर इस साल हम 109वां अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मना रहे हैं।