लॉक डाउन के चलते सिगरेट, गुटखा के दाम कईं गुणा बढ़े-जमाखोर जमकर काट रहे हैं चांदी….

ब्यूरो रिपोर्ट
नगर में लॉक डाउन के जमाखोरी करने वालों की मौज आ गई है। प्रतिबंधित वस्तुओं के दाम कईं गुणा ज्यादा वसूले जा रहे हैं। नगर में इस समय सिगरेट, गुटखा आदि प्रतिबंधित वस्तुओं के दाम एजेंसीहोल्डर द्वारा भारी स्तर पर बढ़ा दिये गये हैं। फलस्वरुप सेल्समैन भी तम्बाकु उत्पादकों की सप्लाई मनमर्जी रेट पर दुकानदारों को कर रहे हैं। सभी को पता है कि सिगरेट पीने वाले व गुटखा खाने वाले लोगों की संख्या सभी जगह बहुत ज्यादा है। उन्हें यह सामान हर कीमत पर चाहिये होता है। उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं है कि यह सामान भारी ब्लैक में मिल रहा है, उन्हें तो बस अपनी तलब मिटानी है। यही कारण है कि बाजार में सिगरेट, तम्बाकु व गुटखा की प्राप्ती हर जगह हो रही है। सिगरेट, गुटखा बेचने वाले दुकानदार ग्राहकों को चोरी छिपे सामान बेच रहे हैं। क्या स्थानीय प्रशासन को पता नहीं है कि हर दुकानदार के पास सिगरेट, गुटखा रखा हुआ है। परंतु, फिर भी ना जाने किन कारणों से इनके यहां छापेमारी नहीं हो रही है। शासन प्रशासन की निगाह इस समय सिर्फ शराब तस्करी पर ही लगी हुई है। नगर में थोक एजेंसी वाले जमकर मुनाफा कमा रहे हैं। सेल्समैन भी जी भरकर चांदी काट रहे हैं। और अखिरी में जेबें ढीली हो रही हैं जनता की। इस समय बाजार में 5 रुपए वाला गुटखा 15 रुपए में मिल रहा है। और टेलीफोन बीड़ी का 20 रुपए वाला बंडल 35 रुपए में मिल रहा है। सफल तम्बाकु का 5 रुपए वाला पैकेट फिलहाल 20 रुपए में मिल रहा है। कैप्टन की 5 रुपए वाली सिगरेट 10 रुपए में मिल रही है। तथा 10 रुपए वाली गोल्ड फ्लेग की सिगरेट 15 रुपए में बेची जा रही है। सबसे मजेदार बात यह है कि ग्राहकों को इन सभी सामानों के बढ़े हुए रेट से कोई मतलब नहीं है। सभी इसे लॉकडाउन की वजह मान रहे हैं। स्थानीय प्रशासन को एक बार अपना जलवा इन जमाखोरों के खिलाफ भी दिखा देना चाहिये।