रूडकी से कोरोना का मरीज मिलने से मंचा हड़कम्प-गाँव के साथ दो अस्पतालों को किया गया सील…

कोरोना का मरीज मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में मच गया था हड़कंप तब से ही स्वास्थ्य विभाग कोरोना मरीज के संपर्क में आए सभी लोगों को तलासने में लगा था वही जब सभी की जानकारी मिल गई तो सभी को क्वॉरेंटाइन कर दिया है
जिसमें दो लोग होम क्वॉरेंटाइन और 18 लोगों को इंस्टिट्यूशनल क्वॉरेंटाइन किया गया है कोरोना वायरस की महामारी जैसी बीमारी को देखते हुए जहां पूरे देश में लॉक डाउन किया हुआ है वही रुड़की क्षेत्र के खाताखेड़ी गांव से एक युवक में कोरोना की पुष्टि हुई है
जोकि बीती 5 और 6 तारीख को रुड़की के दो निजी हॉस्पिटल में इलाज के लिए गया था जहां उसको इलाज नहीं मिलने के बाद वह युवक एम्स ऋषिकेश पहुंचा यहां जांच में पाया गया कि वह कोरोना पॉजिटिव है तब से ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है जी हाँ हम बात कर रहे हैं रुड़की की जहां प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंचकर विनय विशाल हॉस्पिटल के कुछ हिस्सों को सील कर दिया है वहीं मैक्स हॉस्पिटल रामपुर चुंगी पर जहां युवक गया था उसको भी सील किया गया है
आपको बता दें यह मोहम्मद इस्तखार अली पुत्र अशरफ उम्र 31 वर्ष खाताखेड़ी गांव का रहने वाला है स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस्तखार के संपर्क में आये सभी लोगो को क्वॉरेंटाइन इन कर दिया है स्पीकर के भाई को एम्स ऋषिकेश मैं तुरंत इन किया गया है वही एक भाई पत्नी और पुत्री को देहरादून ओएनजीसी अस्पताल में क्वॉरेंटाइन किया गया है 10 लोगों को जो की परिवार की है क्वाड्रा अस्पताल रुड़की में क्वॉरेंटाइन किया गया है दो लोगों को घर में ही क्वॉरेंटाइन किया गया है जिनमें मरीज की माता और भाई की पत्नी शामिल है स्वास्थ्य विभाग की टीम मैक्स अस्पताल के चार लोगों को भी क्वॉरेंटाइन किया गया है सभी की जांच कराने के लिए ब्लड सैंपल ले लिए गए हैं जो भी जांच के लिए भेज दिए हैं
जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि इतना इन लोगों की जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक यह लोग जहां-जहां कॉन्टिन किए गए हैं वही रहेंगे और अगर जांच रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो हो सकता है कि स्वास्थ्य विभाग 14 दिन बाद इन लोगों को डिस्चार्ज कर उनके घर भेज दे और अगर कोई और व्यक्ति भी कोरोना पॉजिटिव आता है तो स्वास्थ्य विभाग की टीम और सकता है भरत सकती है जिस तरह से गांव खाता खेड़ी को सील किया गया है और जिंदो हॉस्पिटलों में यह व्यक्ति गया था एक अस्पताल को पूरा सील कर दिया है तो वही दूसरे अस्पताल के कुछ हिस्सों को भी सील कर दिए अब देखने वाली बात यह होगी कि इन लोगों की जांच रिपोर्ट कब तक आती है और जिले को कब तक इसको कोरोना महामारी जैसी बीमारी से राहत मिल पाती
वहीं उत्तराखंड में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 68 पहुंच चुकी है