किसान कामगार मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन..

ब्यूरो रिपोर्ट
किसान कामगार मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष चौ. सुभाष नंबरदार ने कहा कि भारत सरकार द्वारा कृषि विरोधी तीन कानून बनाकर किसानों को बर्बाद करने का काम किया जा रहा हैं। इसका किसान लगातार विरोध कर रहे हैं, लेकिन सरकार समाधान करने के बजाय किसानों की आवाज को बलपूर्वक दबाने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि किसानों ने 26 नवम्बर को अपनी खेती, किसानी के कार्य छोड़कर अपनी बात सरकार तक पहंुचाने के लिए, जो नागरिक का संवैधानिक अधिकार भी है, देश की राजधानी दिल्ली जाने का फैसला किया। जैसे ही किसान दिल्ली जाने के लिए कूच करने लगा, तो प्रदेश सरकारों ने केंद्र के इशारे पर बैरिकैटिंग लगाकर, लाठचार्ज व वाटर कैनल का इस्तेमाल कर, आशू गैस छोड़कर, सड़कों पर कंटीले तार लगाकर, सड़कों को खोदकर, किसानों को गिरफ्तार कर जेल भेजने जैसे कुकृत्य कर संविधान में प्रदत्त मौलिक अधिकारों के खिलाफ कार्य किया। जो निंदनीय और कानूनन गलत हैं। इसकी किसान कामगार मोर्चा घोर निंदा करता हैं। उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन लक्सर तहसीलदार सुशीला कोठियाल को सौंपते हुए कहा कि महामहिम सरकार को आदेशित करें कि देश के जमींदार के साथ जो गलत कार्य हो रहा हैं, उसे रोका जाये और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाये तथा देश के किसानों की बात को ध्यान में रखते हुए उनकी समस्याओं का निराकरण किया जाये। साथ ही यह भी कहा कि यदि तीन दिसम्बर को कृषि मंत्री के साथ किसानों की समस्या का निराकरण नहीं किया गया, तो किसान कामगार मोर्चा नई रणनीति बनाकर पूरे देश में किसानों के आन्दोलन का बिगुल बजायेगा, जिसकी नैतिक जिम्मेदारी सरकार की होगी, किसानों या संगठन की नहीं। ज्ञापन सौंपने वालों में अनुज कुमार, सन्नी कुमार, प्रधान, दिग्विजय सिंह, भारत चौधरी, रविन्द्र प्रधान, वरूण चौधरी, आशीष चौधरी, अंकुर, देवांशी गांधी, रचित कुमार समेत बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।