भाजपा प्रत्याशी की हार से सिद्ध हुई घर का भेदी लंका ढहाये वाली कहावत*पूर्व में भी भाजपा प्रत्याशी को सचेत करने को यूके टाईम्स ने की थी खबर प्रकाशित……
ब्यूरो रिपोर्ट
नगर निगम चुनाव में पूरी भाजपा संगठन के साथ ही कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, नगर निगम क्षेत्र में पड़ने वाले दो विधानसभा रुड़की व झबरेड़ा के विधायक इतना ही नही प्रदेश के मुख्यमंत्री जो कि भाजपा मेयर प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा व पैदल जनसम्पर्क कर भी भाजपा प्रत्याशी को जीत नही दिला सके। यह क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
भाजपा प्रत्याशी की बुरी तरह से हार होना भाजपा के लिए अशुभ संकेत है। नगर निगम चुनाव में भाजपा ने लम्बे समय से चुनाव की तैयारी कर रहे गौरव गोयल का टिकट काटकर मुख्यमंत्री के चहेते मयंक गुप्ता को दे दिया गया था। भाजपा भी जनता थी कि मयंक गुप्ता को लेकर नगर निगम क्षेत्र में काफी नाराजगी है जिसके चलते मयंक गुप्ता के चुनाव को बनाने को लेकर भाजपा का पूरा संगठन, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, निगम क्षेत्र में पडने वाली दो विधानसभाओं के भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा व देशराज कर्णवाल के साथ ही मुख्यमंत्री दिन रात एक किये हुए थे। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने तो भाजपा प्रत्याशी मयंक गुप्ता के समर्थन में जनसभा को सम्बोधित करने के साथ ही पैदल जनसम्पर्क भी किया था लेकिन क्षेत्र की जनता ने इस सब को दरकिनार करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी गौरव गोयल पर विश्वास जताकर मेयर बना दिया। नगर निगम क्षेत्र के तमाम वार्डौ में निर्दलीय प्रत्याशी गौरव गोयल को काफी प्यार मिला। सूत्रों की माने तो भाजपा प्रत्याशी का चुनावी मैनेजमेंट संभाल रहे दीपक मित्तल, रामगोपाल कसंल व सौरभ गुप्ता के साथ ही विधायक प्रदीप बत्रा व देशराज कर्णवाल पर मयंक गुप्ता के विरोध में काम करने के अनेक आरोप लगते रहे। इतना ही नही इनमें से एक पर तो निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में पूरा सहयोग करने की भी बात सामने आई। भाजपा प्रत्याशी की इतनी बड़ी हार से तो यही कहा जा सकता है कि घर का भेदी लंका ढहाये वाली कहावत सिद्ध हुई है। इससे पूर्व भी भाजपा प्रत्याशी को सचेत करने के लिए यूके टाईम्स द्वारा एक खबर प्रकाशित की गई थी जो अब पूरी तरह सत्य हो गई है।