निजी कॉलेज के स्थापना दिवस में शिरकत करने पहुंचे – सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत….

ब्यूरो रिपोर्ट
नेशनल हाईवे 58 स्थित कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग रुड़की मैं अपनी स्थापना के 21 वर्ष पूर्ण होने पर एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित कर अपना स्थापना दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे और कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत विशिष्ट अतिथि उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरेन्द्र चौधरी अध्यक्ष जेसी जैन द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया ।इसके साथ ही कोर की छात्राओं द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत किया गया अध्यक्ष जेसी जेन में उपस्थित मुख्य अतिथि एवं सभी अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि यह हमारे एवं संस्थान के लिए बड़े गर्व का विषय है
कि हमारे मुख्य अतिथि अपने व्यस्त समय से समय निकालकर हमारे बीच उपस्थित हुए हैं उसके साथ ही उन्होंने बताया कोर की स्थापना कब और कैसे हुई यह संस्था उत्तरी भारत में तकनीकी शिक्षा के उत्थान दृष्टि में रखते हुए 3 दिसंबर 1998 को स्थापित की गई थी 21 वर्ष बीत गए ऐसा लगता है कि कल ही की बात है
आज हम और हमारा देश बहुत सी समस्याओं से जूझ रहा है जिनमें कुछ आंतरिक है और कुछ बाहरी है ऐसे हालातों में तकनीकी शिक्षा छात्रों एवं शिक्षकों की जिम्मेदारी और गहरी हो जाती है जिससे देश उन्हें प्रगति एवं क्षति के मार्ग पर अग्रसर हो सके प्रोफेसर एसपी गुप्ता महानिदेशक ने पिछले वर्ष की एक रिपोर्ट प्रस्तुत की है इस अवसर पर 41 छात्रों के दक्षता प्राप्त करने पर उन्हें लगता पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।जबकि 23 संख्याओं को उनके संबंधित विषयों में 100% परिणाम के लिए शिक्षकों को सम्मानित किया गया संस्थान में 10 से 15 साल की सेवा पूरी कर चुके शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया इस शुभ अवसर पर आयुक्त सभागार को संबोधित करते हुए समारोह के मुख्य अतिथि ने छात्रों एवं शिक्षकों को 22 वें स्थापना दिवस की बधाई दी और उन्होंने संस्थान की उपलब्धियों की पूरी पूरी प्रशंसा की और देश के बदलते हुए परिवेश पर सभागार को संबोधित किया गया, उन्होंने कहा आज हमारा देश परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है उच्च शिक्षा के संस्थानों के पास युवाओं के उज्जवल भविष्य का निर्माण करने का उल्लेख अन्य महत्वपूर्ण कार्य है
कालसर्प संस्थानों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के अलावा उन्हें समझदारी वाले भाईचारे के बीच उच्च नैतिक गुणों और प्रथाओं को भी अपनी शिक्षा में शामिल करना होगा उन्होंने सुझाव दिया कि उत्तराखंड की ग्रामीण जनता की पीड़ा को दूर करने के लिए और अधिक शोध आधारित परियोजनाओं को लिया जाना चाहिए वही प्रोफेसर नरेन्द्र चौधरी ने 22 स्थापना दिवस पर कहा कि भारत में तकनीकी शिक्षा के और विकास पर बल देना जरूरी है जिससे कि तकनीकी शिक्षा में उच्च गुणवत्ता के मानकों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि अग्नि शीशा के बल पर ही हमारा देश प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ सकता है साथ ही छात्रों को अपने सामाजिक और नैतिक मूल्यों को समझना चाहिए।